Story telling in Hindi। कहानियां सुनाना सीखें

 क्या आप लोगों को प्रभावित करना चाहते हैं ? क्या आप चाहते हैं लोग आपको सुनकर मंत्रमुग्ध हो जाए ? वह आपकी बातों में खो जाएं अगर आपका उत्तर हां है तो आपको कम्युनिकेशन स्किल का एक ऐसा टॉपिक पर महारत हासिल करनी होगी जिसको Story telling कहते हैं , 


Story telling in Hindi


क्या आपको कहानियां सुनना पसंद है ? जरूर इसका उत्तर हां में होगा क्युकी हम सभी को कहानियां सुनना पसंद है बचपन में हम अपने मम्मी पापा या दादा दादी से कहानियां सुना करते थे , और फिर हमारे दादा  दादी तरह तरह की कहानियां सुनाते  थे  कभी राजा रानी की तो कभी जंगल में रहने वाले खूंखार आदिमानव की , हम सभी ध्यानूर्वक उन कहानी को सुना करते थे और बाद में उनके बारे में सोचते थे , आज भी जब कोई व्यक्ति अपनी बातें कहनी के रूप में सुनाता है तो हम बड़े चाव से सुनते हैं Story telling एक कला है जो सीखी जा सकती है , अगर आप चाहते है कि लोग आपको बाते ध्यानपूर्वक सुने लोग आपकी बात माने तो आपकों यह कला आना बहुत आवश्यक है ।आज आप सीखेंगे की story कैसे सुनाएं ?







कहानी के पीछे का संदेश


हर कहानी के पीछे कोई ना कोई संदेश होता है राम ने रावण को क्यों मारा ? इसका संदेश है बुराई पर अच्छाई की जीत होती है  । आप जब भी कोई कहानी सुनाने वाले हैं तो आपको सबसे पहले पता होना चाहिए कि इस कहानी को सुनाने के पीछे आपका उद्देश्य क्या है इस कहानी का संदेश क्या है ? आप कहानी के अंत में ऐसा क्या बोलेंगे जिससे आप की कहानी का उद्देश्य समझ में आए इसलिए पहले से ही सोच ले कि आप यह कहानी क्यों सुनाने जा रहे हैं ।


कहानी सुनाते समय visualize करें


किसी भी इंसान को वह चीज हमेशा याद रहती है जो उसके मस्तिष्क में एक पिक्चर की तरह चलती है इसलिए कहानी सुनाते समय आप उस कहानी का मुख्य किरदार खुद को समझ कर कल्पना करते हुए सुनाइए और इस तरह से कहानी सुनाइए जैसे आप कोई फिल्म दिखा रहा है , जैसे आपने कहानी सुनाने के दौरान बोला आप एक घने जंगल में फस गए तो आप उसे मस्तिष्क में देखिए कि घना जंगल है उसके आसपास हवाएं कैसी चल रही हैं फिर पत्तियों की सरसराहट की आवाज कैसी आ रही है और क्या जंगली जानवरों की आवाज आ रही होगी इस तरह से बताएं कि सामने वाले व्यक्ति एक फिल्म की तरह मस्तिष्क में सोचे ,आप सामने वाले व्यक्ति को तभी कल्पना करा पाएंगे जब आप खुद कल्पना कर पाएंगे ।


कहानी की शुरुआत


कहानी की शुरुआत हमेशा past से करें और फिर धीरे-धीरे present  में लाए , आप अपने बारे में कुछ बता रहे हैं कि किस तरह से आपने क्या गैंगस्टर का एनकाउंटर करने में पुलिस की मदद करी , तो आप इसकी शुरुआत कुछ इस तरह से कर सकते हैं जब मैं छोटा था तो बचपन के दौरान पुलिस वालों को देखना मुझे बहुत पसंद है कुछ इस तरह से चोरों को पकड़ते थे मुझे बहुत अच्छा लगता था बचपन से ही मैं पुलिस में जाना चाहता था पर मेरा यह सपना अधूरा रह गया एक एक्सीडेंट के दौरान मेरा एक पैर धड़ से अलग हो गया लेकिन आज मुझे ऐसा प्रतीत हो रहा है कि मेरा सपना पूरा हो गया मैंने पुलिस की मदद करके अपना सपना पूरा किया , आपने देखा कि इस कहानी में किस तरह से हमने कहानी की शुरुआत बचपन से करते हुए फिर धीरे-धीरे उसे अपने प्रमुख बिंदु पर लेकर आए इसलिए कहानी की शुरुआत हमेशा भूतकाल से करें और से धीरे-धीरे उसे वर्तमान में लाएं  ।




बॉडी लैंग्वज का प्रयोग करें 


कहानी सुनाने के दौरान अपने शरीर का और अपने हाव-भाव का उपयोग करें जैसे आप कहते हैं कि मैं एक घने जंगल में था मैं पेड़ के नीचे खड़ा था तभी एक सेब मेरे सिर पर गिरा , मैंने उसे गौर से देखा तो  मै आश्चर्य में पड़ गया वह एक चमकता हुआ सोने का सेब था , अब कहानी सुनाते समय ऐसे प्रदर्शित करें की सच में सेब आप पर गिरा हो और आपने अपने हाथ से उसे उठाया , और उसे आश्चर्य से देखा यह बताते समय आप हाव भाव का इस्तेमाल करके कहानी में जान ला देंगे ।



कुछ ऐसा जो हमेशा याद रहे 


कहानी  सुनाते समय कुछ ऐसी बातें बताएं जो कहानी सुनने वाले को याद रहे , जैसे आपने पीछे पढा कि एक व्यक्ति सुनसान जंगल में अकेला भटक रहा है चारों तरफ तेज हवाएं चल रही हैं पत्तियों की सरसराहट की आवाज आ रही है चारों तरफ से जंगली जानवरों की आवाजें गूंज रही हैं तभी व्यक्ति एक पेड़ के नीचे खड़े होकर जंगल से निकलने के बारे में सोच रहा होता है अचानक  उसके सिर पर एक सेब गिरता है , वह सेब चमक रहा होता है वह व्यक्ति उस सेब को आश्चर्य से देखता है और सोचता है यह सेब सोने का कैसे है , अब वह आश्चर्य से उस पेड़ की अोर देखता है उसे अपनी आंखों पर भरोसा नहीं होता उस पेड़ पर कई सारे सेब लटक रहे है जो सोने के हैं  । इस कहानी में आपको यह हमेशा याद रहेगा कि सेब जो कि सोने का था , वो पेड़ जिसमें सोने के सेब लगे थे , इसीलिए कहानी सुनाते समय कुछ ऐसा जरूर बताएं जो कहानी सुनने वाले व्यक्ति को हमेशा याद रहे ।



आवाज में उतार चढ़ाव लाएं


आवाज में उतार चढ़ाव कहानी के अंदर एक रोचक अनुभव ला देता है इसीलिए कहानी सुनाते समय अपनी आवाज के साथ खेलें ।



डिटेल्स के साथ सुनाएं 


जब आप किसी कहानी में डिटेल्स बताते हैं तो सामने वाले व्यक्ति के मस्तिष्क में कहानी के जरिए तस्वीरें आने लगती है , हम फिर वापस अपनी कहानी में आते हैं जो व्यक्ति ने पेड़ पर सोने के सेब लगे देखें तो उसने पेड़ पर चढ़ने का फैसला किया जैसे ही वह पेड़ पर चढ़ने लगा तभी उसे दो व्यक्ति आते हुए दिखाई दिए जो कि खुद को पेड़ के पत्तों से ढके हुए थे उनमें से एक के हाथ में लाल रंग का एक बड़ा सा पत्थर था और उनके साथ में एक विशाल नीले रंग का हाथी था अभी यहां पर क्या हुआ होगा जब आपने लाल पत्थर और नीले हाथी के बारे में सुना तो आपके मस्तिष्क में तुरंत लाल पत्थर और नीले हाथी की तस्वीर आई होगी क्योंकि हमारा मस्तिष्क तस्वीरों के रूप में सोचता है इसलिए जब भी कहानी सुनाएं डिटेल के साथ सुनाएं ।



कहानी में सस्पेंस लाएं


कहानी सुनाने के दौरान सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है आपका सस्पेंस आप सुनने वाले को किस तरह से प्रभावित करते हैं आप किस तरह से कहानी के दौरान सस्पेंस बिल्ड करते हैं कि सामने वाले व्यक्ति व्याकुल हो जाए कि अब आगे क्या होगा , आपने एक सवाल जरूर सुना होगा की कटप्पा ने बाहुबली को क्यों मारा? इस सवाल के सस्पेंस में मूवी को करोड़ों रुपए कमा कर दिए इसी प्रकार अपनी कहानी के दौरान ऐसा सस्पेंस बिल्ड करिए कि सामने वाले व्यक्ति जानने के लिए उत्साहित हो जाएगी अब आगे क्या होगा ।



कहानी का सार 


और अंत में अपनी कहानी की समाप्ति एक मैसेज के साथ करें जो सामने वाले को कुछ सिखाएं ।





अभ्यास सफलता की कुंजी है कहानी सुनाना एक कला है जोकि निरंतर अभ्यास के जरिए आप सीख सकते हैं , जब भी आप कोई कहानी सुने तो ध्यान दे की कहानी में किस तरह से सस्पेंस बिल्ड किया गया है , अगर आपको हमारी पोस्ट पसंद आया है तो कमेंट व शेयर करके अपना फीडबैक दें


Aura क्या है ? शक्तिशाली बनाएं अपना औरा

Develop personal mastery blog का मुख्य उद्देश्य आपके personality के हर पहलू का विकास करें , जैसे कम्युनिकेशन स्किल , बॉडी लैंग्वेज , प्रेजेंटेशन स्किल , कॉन्फिडेंस , फैशन ,ग्रुमिंग आपके व्यक्तित्व के हर पहलू का विकास करना । इस ब्लॉग पर आपको व्यक्तित्व के सभी पहलुओं का विकास ही नहीं करना बल्कि इस तरह निखारना  है कि जब भी आप किसी व्यक्ति से मिले या आप किसी भी जगह पर जाएं तो आप अपनी अलग ही पहचान छोड़कर आए सामने वाले व्यक्ति के मस्तिष्क में यह छाप बन जाए कि जिस व्यक्ति से मैं मिला उसका व्यक्तित्व ही कुछ अलग है  , आप एक महत्वपूर्ण व्यक्ति बन जाएंगे जिसकी सभी रिस्पेक्ट करेंगे लोग आपके साथ रहना चाहेंगे , आपके साथ समय बिताना चाहेंगे ।

आप इस पोस्ट में जिस टॉपिक के बारे में जानने वाले हैं वह एक ऐसा पावर पॉइंट है अगर आपने इस पर काम करना चालू कर दिया तो लोग आपसे अनजाने में ही इनफ्लुएंस हो जाएंगे आपके बिना कुछ बोले और बिना कुछ करें यहां पर हम बात करने वाले हैं औरा Aura के बारे में  , औरा क्या होता हैऔरा का हिंदी अर्थ क्या होता है , औरा  स्ट्रांग और पावरफुल कैसे बनाएं









औरा क्या है ?

औरा का हिंदी अर्थ होता है आभामंडल 

आपने जलती हुई कैंडल देखी होगी , जब वह जल रही  ही होती तो उसके आग के चारों तरफ एक चमकीली सी आकृति होती है  आप खुद को उस कैंडल की नोक मानिए  जो जल रही है और जो आसपास उसके चमकीली आकृति है वह आपका औरा है , इस विश्व में प्रत्येक व्यक्ति और वस्तु का अपना आभामंडल होता है सारी प्रकृति एक ऊर्जा का रूप है प्रकृति बस आए हर एक कण ऊर्जा के द्वारा संचालित होता है और प्रत्येक वस्तु का अपना और होता है आपका औरा निर्भर करता है कि आप लोगों को कितनी  जल्दी आकर्षित कर पाएंगे , आपने देवी-देवताओं के चित्र में सर के पीछे से किरणें निकलती देखी होगी यह और होता है ,सिद्घ व्यक्तियों में यह उच्च स्तर पर होता है , इसकी एनर्जी व्हाइट से लेकर ब्लैक तक होती है , व्हाइट सकरात्मकता का प्रतीक होता है और ब्लैक नकरात्मक का  , औरा को मापने के लिए मशीन भी बनाई जा चुकी है जिसको  Polycontrast Interference Photography कहते हैं ।




औरा कैसे कार्य करता है ?


यह ब्रह्मांड पांच तत्वों से मिलकर बना है और वही पांच तत्वों से मिलकर एक इंसान भी बना है वह तत्व है पृथ्वी, जल, अग्नि, वायु और आकाश। इसीलिए जो ब्रह्मांड में है वह आपके अंदर भी है और जो आपके अंदर है वह ब्रह्मांड में भी है जब भी आप पांच तत्वों के संपर्क में आते हैं जो आपका औरा इंफ्लूएंस होता  है ,





औरा का पॉज़िटिव और पावरफुल बनाऐ 


जब भी आप इन पांच तत्वों के संपर्क में आते हैं तो आपका औरा शुद्धिकरण होने लगता है इसलिए ज्यादा से ज्यादा इन पांच तत्वों के संपर्क में रहें।

पंचतत्व स्नान करें

आपने अक्सर देखा होगा जब आप किसी से मिलकर या कहीं से यात्रा करके आते हैं तो आपको आपका शरीर भारी भारी प्रतीत होता है और आप जब पानी से स्नान कर लेते तो आप तरोताजा महसूस करने लगते हैं इसी तरह जब आप पहाड़ियों पर शोर-शराबे से दूर एकांत जगह पर जाते हैं तब आपको एक सुकून का एहसास होता है वहां की ठंडी ठंडी हवा को महसूस करते हैं तो अब तरोताजा महसूस होने लगते है अक्सर कई लोग mudbath भी लेते हैं इसमें शरीर पर मिट्टी का लेप लगाया जाता है जिससे आपके शरीर को ठंडा को ताजगी मिलती और आपके शरीर से टॉक्सिन से निकल जाते है ठीक इसी प्रकार भारतीय संस्कृति में आरती का प्रचलन है जिस में आग को चारों ओर घुमाया जाता है क्योंकि हम आग से सीधे तो स्नान कर नहीं सकते इसलिए हम आपको अपने चारों ओर घुमा कर शुद्धिकरण करते हैं और इस प्रकार हमारा औरा शुद्ध हो जाता है ।




ध्यान करें 





जो व्यक्ति निरंतर ध्यान करता है उस व्यक्ति का औरा अत्यधिक प्रभावशाली होता है ,प्रत्येक धर्म  में कुछ ऐसी मंत्र या दुआ होती हैं जिनको जपने से हमारा औरा शुद्धिकरन होता है , आप ॐ का जाप कर सकते हैं नासा की एक रिपोर्ट में साबित हुआ है कि ओम एक ब्रह्मांड ध्वनि है जिसके जाप से  सीधे ब्रह्मांड के संपर्क में आ जाते है
 और आपका औरा अब प्रभावशाली होने लगता है । 







आपके विचार 


आपके विचार सबसे ज्यादा शक्तिशाली होते हैं आप जैसा सोचते हैं वैसा बनने लगते हैं जब आप किसी व्यक्ति या वस्तु के बारे में अच्छा सोचते हैं तो आपका औरा सकरात्मकता रूप से बढ़ने लगता है और जब आप किसी व्यक्ति या वस्तु के बारे में बुरा सोचते तो आपको और मात्र एक क्षण में नकारात्मक रूप से घटने लगता है अक्सर हम लोगों की बुराइयां करते रहते हैं इसके कारण हमारा औरा  वाइट से  ब्लैक होने लगता है  इसलिए लोगों के की बुराइयां देखने से बचें जब आप उनके बारे में अच्छा सोचते हैं तब  आप के साथ भी  अच्छा होता है प्रकृति का एक नियम है जो सभी पर लागू होता है आप जो बुओगे वैसा ही काटोगे   और लोगों में पॉजिटिव खोजने की कोशिश करें  ।



ज्यादा से ज्यादा प्रकृति के साथ संपर्क में रहिए ,पंचतत्व स्नान करिए , लोगों के बारे में अच्छा सोचे , ध्यान करिए अपना औरा स्ट्रांग वह पावरफुल बनाइए इस पोस्ट में आपने जाना की औरा क्या है औरा कैसे कार्य करता है औरा का हिंदी अर्थ और औरों को पॉजिटिव कैसे बनाएं अगर आपको हमारी जानकारी पसंद आई हो तो कमेंट  व शेयर करें हमारा उत्साह बढ़ाएं




Time management tips in hindi टाइम मैनेजमेंट बुक इन हिंदी ?

Time management in Hindi

सबसे पहले हमें समझना होगा आखिर टाइम मैनेजमेंट क्या है टाइम मैनेजमेंट करना क्यों जरूरी है Time management skill एक ऐसी कला है जिसके बारे में सभी को  जानने की आवश्यकता है  , क्योंकि हम सभी के पास सीमित समय  है और एक एक निर्धारित समय अवधि है चाहे वह व्यक्ति अमीर हो या गरीब छोटा हो या बड़ा सभी व्यक्ति के लिए समय की मात्रा एक समान है और काम की कोई सीमा नहीं है आपके पास बहुत से काम है जो करने हैं लेकिन उन सभी को करने के लिए कभी पर्याप्त समय ही नहीं होता आप एक्सरसाइज करना चाहते हैं आप किताबें पढ़ना चाहते हैं आप कोई नई स्किल सीखना चाहते हैं आप कुछ समय अकेले बिताना चाहते हैं लेकिन सच तो यह है कि आपको अपने काम से फुर्सत ही नहीं मिलती है आप समय पर नियंत्रण नहीं कर सकते हैं परंतु खुद पर  नियंत्रण करके समय रहते अपना काम खत्म करके और भी बहुत सी चीजें हैं जो आप करना चाहते हैं वह सब कर सकते हैं बस शर्त यह है कि आपको अपने सोचने और काम करने के तरीकों को बदलना है इस पोस्ट में हम कुछ ऐसे time management tips और नियम के बारे में  जानेंगे कि जिनका प्रयोग करके  आप समझेंगे टाइम मैनेजमेंट कैसे करें  और अपने मनचाहे काम कर पाएंगे 







Time management  के तीन क्रांतिकारी नियम

यहां पर  Time management tips संबंधित तीन ऐसे महत्वपूर्ण नियम बताए गए हैं जिनका प्रयोग कर के आप अपना समय प्रबंधन कर पाएंगे 





10/90 का नियम 


10/90 का नियम एक महत्वपूर्ण नियम है समय प्रबंधन के लिए इस नियम का मूल का आधार है कि किसी भी काम को शुरू करने से पहले उसकी योजना बना लेनी चाहिए और उसको समझने में  आपको अपने पूरे समय का 10 परसेंट समय लगाना चाहिए इससे होता क्या है आप अपने मस्तिष्क में एक ऐसा मैप बना लेते हैं की आपको इस कार्य को किस तरह से करने वाले हैं जिस कारण से काम ज्यादा तेजी से और सुचारू रूप से होने लगता है और आप अनुमान से ज्यादा तेजी से काम निपटा पाएंगे ,किसी काम की योजना बनाने में लगाया गया 10 परसेंट समय आपका बहुत सा समय बर्बाद होने से बचा लेता है ।

  • हमेशा कोई भी महत्वपूर्ण कार्य करने से पहले उसे एक बार कागज पर लिख कर उस पर विचार विमर्श कर ले कि आप इस कार्य को क्यों करने वाले हैं और इसको किस तरह से करने वाले हैं ऐसा करने से आप पहले से ही मस्तिष्क में एक ऐसा रोड माप बना लेते हैं जिससे कोई भी काम करना आसान हो जाता है इसलिए कहा गया है कागज पर सोचे ।






20/80 का नियम (पैरेटो सिद्धांत)


अगर कहा जाएं कि समय प्रबंधन का यह नियम सबसे क्रांति नियमों में से  एक है तो ऐसा कहना गलत नहीं होगा , इसे पैरेटो सिद्धांत भी कहते हैं इतालवी अर्थशास्त्री विल्फ्रेडो पैरेटो ने सबसे पहले 1895 मैं इसके बारे में लिखा था पैरेटो ने गौर किया कि समाज में लोग स्वाभाविक रूप से दो भागों में विभाजित हैं जो टॉप क्लास में था जिनके पास पैसा और प्रभाव के मामले में वे 20 परसेंट में आते थे और वही समाज में एक दूसरा धड़ था जो हमेशा पैसे की तंगी झेलता रहता था यह है निचली लोवर क्लास जो 80 परसेंट में आते थे ,
उदाहरण के तौर पर यह सिद्धांत कहता है आपके 20 परसेंट एक्शन आप का 80 परसेंट रिजल्ट देंगे, आपके 20 परसेंट कस्टमर आपकी 80 परसेंट बिक्री करवाएंगे , आपके 20 परसेंट प्रोडक्ट आपको 80 परसेंट मुनाफा दिलाएंगे , आप खुद से समझिए आप ऐसे 10 काम कागज पर लिखिए जो आपके लिए महत्वपूर्ण है अब आप उनमें से देखिए 2 - 3 काम ऐसे होंगे जिनको करने से आपको सबसे ज्यादा रिजल्ट मिलेगा इस नियम के अनुसार यही वह  20 परसेंट काम है जो आपको सबसे ज्यादा 80 परसेंट रिजल्ट देंगे लेकिन होता क्या है हम अक्सर अपना पूरा समय उन 80 परसेंट कामों में लगा देते हैं जिन का रिजल्ट मात्र 20 परसेंट हमें मिलता है और हम उन कामों को भूल जाते हैं जिनसे हमें सबसे ज्यादा रिजल्ट मिलना होता है यह नियम जीवन के हर क्षेत्र पर लागू होता है आप किसी भी क्षेत्र में देख लीजिए जो शीर्ष पर 20 परसेंट लोग होंगे वह सबसे ज्यादा अस्सी परसेंट फायदा उठा रहे हैं इसीलिए 20 परसेंट वाले कामों पर फोकस करिए जिनसे आपको 80 परसेंट रिजल्ट मिलना है और सबसे पहले वह काम करें जिनको करने से सबसे ज्यादा रिजल्ट मिले ।





ABCDE तकनीक

यह हमारी पोस्ट का तीसरा और आखिरी नियम है अगर किसी कार्य को शुरू करने से पहले आप उसका नियोजन और उसकी प्राथमिकताएं तय कर लेते हैं तो आप काम को आसानी से कर लेते हैं यह तकनीक इतनी सरल है कि आप इसका नाम पढ़कर ही समझ गए होंगे कि यह तकनीक क्या है इस तकनीक के अनुसार आपको जो कार्य करने हैं उनको एक कागज पर लिख ले और सभी कार्यों की सूची बना ले अब इस नियम के अनुसार उन कामों को उनकी इंपोर्टेंस के आधार पर ABCDE के आधार पर क्रमअनुसार बांट दे ,

 A -यह वो काम है जो आपके लिए सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण हैं यह अनिवार्य है अगर आप इनको नहीं करते तो आपको लेने के देने पड़ जाएंगे जैसे आपके बॉस ने आज मीटिंग रखी है और आपको उसमें जाना है ,

 B - यह को काम है जो आपको करने चाहिए ,जैसे ईमेल्स पढ़कर उनका उत्तर देना जो जरूरी है ,

 C - यह को काम है जो करने के लिए तो अच्छे हैं पर इनको ना किया जाए तो भी कोई फर्क नहीं पड़ेगा जैसे किसी दोस्त को फोन करना , किसी दोस्त के साथ पिक्चर देखने जाना

 D -यह वो काम है जो कोई और आपके लिए कर सकता है जैसे किसी को लेने जाना या किसी को लेने जाना

 E - यह वो काम है जो आपको बिलकुल भी नहीं करना ह जैसे कई घंटों तक टीवी देखते रहना सोशल मीडिया पर ज्यादा वक्त बिताना ।

आप इस नियम के अनुसार अपने कामों की सूची बनाकर उनको क्रम संख्या में बांट दें और सबसे पहले वही काम करें जो आपके लिए महत्वपूर्ण है सबसे पहले  A वाला करें जब यह A वाला खत्म हो जाए तब B की और जाएं








यह ऐसे तीन नियम है जिनका का प्रयोग करके आप अपने समय को महत्वपूर्ण तरीके से प्रयोग करेंगे आप अपने समय का इस्तेमाल असरदार तरीके से कर पाएंगे अगर आप जानना चाहते है कि टाइम मैनेजमेंट स्किल क्या है और टाइम मैनेजमेंट कैसे करें तो आप हमारी पोस्ट Time management in hindi देेख सकते है ,अकसर  लोग दूढ़़ते  हैं time management book in hindi मैं आप सभी को टाइम मैनेजमेंट बुक जोकि हिंदी में है सबसे मुश्किल काम , सबसे पहले यह Eat that Frog का हिंदी रूप है जोकि ब्रायन ट्रेसी द्वारा लिखी गई है , इस किताब को  आप पढ़  सकते है अगर आपको हमारी पोस्ट  पसंद आयी है  तो शेयर व कॉमेंट कीजिए ।

Dressing sense for Men in hindi 5 best फैशन टिप्स

Personality development   एक ऐसी skill है  जिसमें ड्रेसिंग सेंस का बहुत महत्त्व है  आपका ड्रेसिंग सेंस कैसा है आप किस तरह से अपने कपड़े पहनते हैं आप जब कहीं जाते हैं सब लोग आपको कपड़ों को देखकर  आपकी पर्सनालिटी समझने लगते हैं   कि आप किस तरह के व्यक्ति हैं आपके पहने हुए कपड़े आपको  रिप्रजेंट करते हैं जब आप doctor lawyer businessman यह शब्द सुनते हैं तब आपको मस्तिष्क में इनकी तस्वीर जरूर आई होगी   इस तस्वीर में आपको डॉक्टर कुर्ता पायजामा में और बिजनेसमैन jeans टीशर्ट मैं नहीं दिखा होगा  कहीं ना कहीं आप  आपके द्वारा पहनी गई ड्रेस  लोगों को संकेत देती है कि आप किस तरह के व्यक्ति हैं यहां पर कुछ ऐसे टिप्स दिए गए हैं जिनके द्वारा आप  जानेंगे  की अपना  dressing sense  कैसे इंप्रूव करें









    dressing sense tips


  अपना wardrobe खाली करें 


 जहां पर भी आपके सारे कपड़े रखे हैं उन्हें बाहर निकालिए क्योंकि आज आप कुछ नया सीखने वाले अब आप आपके पूरे कपड़ों में से कुछ ऐसे होंगे जो आपको बहुत पसंद है जिनको आप पहनना  पसंद करते हैं अब आप देखेंगे कि बहुत से ऐसे कपड़े हैं जो आपके पास तो है पर आप मुझे उन्हें पहनना पसंद नहीं करते अब आपको सबसे पहले समझना होगा क्वांटिटी मैटर नहीं करती कि आपके पास कितने कपड़े हैं अगर आपके पास कपड़े ज्यादा ना हो तो भी चलेगा पर वह ऐसे हो जो पहनने पर आपको अच्छे लगे क्वालिटी हो जब भी  कपड़े खरीदें सोच समझकर खरीदें




 अपना fashion sense भूल जाइए



अब आप फिर नया फैशन से सीखने वाले हैं कि आपको अपना पुराना फैशन सेंस भूलना होगा  जब आप कुछ पुराना भूलेंगे तभी तो कुछ नया सीखेंगे  अब आप नया सीखने के लिए तैयार हैं . 



  ऐसा फैशन जो हमेशा रहे    


 यहां पर हम all time fashion के बारे में बात करेंगे यह फैशन जो हमेशा रहता है कुछ कपड़े और कलर ऐसे हैं जो हमेशा फैशन में रहते हैं यहां पर जो चीजें बताइए जो आपको सिंपल लग सकती हैं पर
                   Simplicity has more power 



 T-shirt 👕

आपके पास कम से कम एक Black और एक White टी शर्ट होनी चाहिए


Shirt👔

 आपके पास कम से कम एक ब्लैक और एक वाइट कलर की एक अच्छी क्वालिटी की शर्ट होने चाहिए 

Trousers/chinos pants👖

आपके पास कम से कम एक ब्लैक और एक वाइट कलर का chinos  या trousers  होना चाहिए

Jeans👖

आपके पास कम से कम एक डार्क ब्लू कलर का जींस होना चाहिए यह कलर का जींस हमेशा से फैशन में रहा है, 


Blazers

 आपके पास कम से कम एक ब्लेजर होना चाहिए


Black and white   यह ऐसे कलर है जो हमेशा फैशन में रहते हैं ,






                             फिट है तो हिट है


 फिट होना  एक महत्वपूर्ण आवश्यकता है चाहे वह आप हो कि आपके कपड़े अभी आप क्या कर सकते हैं यह तो आप खुद फिट हो जाएगी या फिर अपने कपड़े फिट करा लीजिए आप अपने टेलर के पास  जाइए और अपने कपड़े   फिट करने के लिए बोलिए   आपके कपड़े इस तरह से फिट होने चाहिए कि ना ही ज्यादा टाइट हो और ना ही ज्यादा ढीले

            





 कलर्स के साथ एक्सपेरिमेंट शुरू करें


 जब आप सिंपल ऑल टाइम फैशन सेंस समझ ले तब आप दूसरे कलर्स के साथ धीरे-धीरे करके एक्सपेरिमेंट करें आप धीरे-धीरे करके मैंने कलर ट्राई करिए और सीखिए कि किस तरह से कलर मैचिंग की जाती है आप पर कौन सा कलर अच्छा लगता है इसी तरह से आपका फैशन सेंस इंप्रूव होगा


 एक अच्छा सा परफ्यूम खरीदें

कम से कम एक अच्छा सा परफ्यूम प्रयोग करिए जब आप लोगों से मिलेंगे तो आपका अच्छा इंप्रेशन जाएगा आप शॉपिंग करते समय किसी ऐसे व्यक्ति की मदद ले सकते हैं जिसे ड्रेसिंग सेंस की अच्छी नॉलेज हो
 


 आपने इस पोस्ट में पढा कि  personality development dressing sense क्यों जरूरी है आप अपना dressing sense कैसे इंप्रूव कर सकते है  दिए गए Tips फॉलो करके  personality amazing  बनाइए अगर हमारी पोस्ट पसंद आई हो तो शेयर और कमेंट करके अपना फीडबैक जरूर दें