Story telling in Hindi। कहानियां सुनाना सीखें

 क्या आप लोगों को प्रभावित करना चाहते हैं ? क्या आप चाहते हैं लोग आपको सुनकर मंत्रमुग्ध हो जाए ? वह आपकी बातों में खो जाएं अगर आपका उत्तर हां है तो आपको कम्युनिकेशन स्किल का एक ऐसा टॉपिक पर महारत हासिल करनी होगी जिसको Story telling कहते हैं , 


Story telling in Hindi


क्या आपको कहानियां सुनना पसंद है ? जरूर इसका उत्तर हां में होगा क्युकी हम सभी को कहानियां सुनना पसंद है बचपन में हम अपने मम्मी पापा या दादा दादी से कहानियां सुना करते थे , और फिर हमारे दादा  दादी तरह तरह की कहानियां सुनाते  थे  कभी राजा रानी की तो कभी जंगल में रहने वाले खूंखार आदिमानव की , हम सभी ध्यानूर्वक उन कहानी को सुना करते थे और बाद में उनके बारे में सोचते थे , आज भी जब कोई व्यक्ति अपनी बातें कहनी के रूप में सुनाता है तो हम बड़े चाव से सुनते हैं Story telling एक कला है जो सीखी जा सकती है , अगर आप चाहते है कि लोग आपको बाते ध्यानपूर्वक सुने लोग आपकी बात माने तो आपकों यह कला आना बहुत आवश्यक है ।आज आप सीखेंगे की story कैसे सुनाएं ?







कहानी के पीछे का संदेश


हर कहानी के पीछे कोई ना कोई संदेश होता है राम ने रावण को क्यों मारा ? इसका संदेश है बुराई पर अच्छाई की जीत होती है  । आप जब भी कोई कहानी सुनाने वाले हैं तो आपको सबसे पहले पता होना चाहिए कि इस कहानी को सुनाने के पीछे आपका उद्देश्य क्या है इस कहानी का संदेश क्या है ? आप कहानी के अंत में ऐसा क्या बोलेंगे जिससे आप की कहानी का उद्देश्य समझ में आए इसलिए पहले से ही सोच ले कि आप यह कहानी क्यों सुनाने जा रहे हैं ।


कहानी सुनाते समय visualize करें


किसी भी इंसान को वह चीज हमेशा याद रहती है जो उसके मस्तिष्क में एक पिक्चर की तरह चलती है इसलिए कहानी सुनाते समय आप उस कहानी का मुख्य किरदार खुद को समझ कर कल्पना करते हुए सुनाइए और इस तरह से कहानी सुनाइए जैसे आप कोई फिल्म दिखा रहा है , जैसे आपने कहानी सुनाने के दौरान बोला आप एक घने जंगल में फस गए तो आप उसे मस्तिष्क में देखिए कि घना जंगल है उसके आसपास हवाएं कैसी चल रही हैं फिर पत्तियों की सरसराहट की आवाज कैसी आ रही है और क्या जंगली जानवरों की आवाज आ रही होगी इस तरह से बताएं कि सामने वाले व्यक्ति एक फिल्म की तरह मस्तिष्क में सोचे ,आप सामने वाले व्यक्ति को तभी कल्पना करा पाएंगे जब आप खुद कल्पना कर पाएंगे ।


कहानी की शुरुआत


कहानी की शुरुआत हमेशा past से करें और फिर धीरे-धीरे present  में लाए , आप अपने बारे में कुछ बता रहे हैं कि किस तरह से आपने क्या गैंगस्टर का एनकाउंटर करने में पुलिस की मदद करी , तो आप इसकी शुरुआत कुछ इस तरह से कर सकते हैं जब मैं छोटा था तो बचपन के दौरान पुलिस वालों को देखना मुझे बहुत पसंद है कुछ इस तरह से चोरों को पकड़ते थे मुझे बहुत अच्छा लगता था बचपन से ही मैं पुलिस में जाना चाहता था पर मेरा यह सपना अधूरा रह गया एक एक्सीडेंट के दौरान मेरा एक पैर धड़ से अलग हो गया लेकिन आज मुझे ऐसा प्रतीत हो रहा है कि मेरा सपना पूरा हो गया मैंने पुलिस की मदद करके अपना सपना पूरा किया , आपने देखा कि इस कहानी में किस तरह से हमने कहानी की शुरुआत बचपन से करते हुए फिर धीरे-धीरे उसे अपने प्रमुख बिंदु पर लेकर आए इसलिए कहानी की शुरुआत हमेशा भूतकाल से करें और से धीरे-धीरे उसे वर्तमान में लाएं  ।




बॉडी लैंग्वज का प्रयोग करें 


कहानी सुनाने के दौरान अपने शरीर का और अपने हाव-भाव का उपयोग करें जैसे आप कहते हैं कि मैं एक घने जंगल में था मैं पेड़ के नीचे खड़ा था तभी एक सेब मेरे सिर पर गिरा , मैंने उसे गौर से देखा तो  मै आश्चर्य में पड़ गया वह एक चमकता हुआ सोने का सेब था , अब कहानी सुनाते समय ऐसे प्रदर्शित करें की सच में सेब आप पर गिरा हो और आपने अपने हाथ से उसे उठाया , और उसे आश्चर्य से देखा यह बताते समय आप हाव भाव का इस्तेमाल करके कहानी में जान ला देंगे ।



कुछ ऐसा जो हमेशा याद रहे 


कहानी  सुनाते समय कुछ ऐसी बातें बताएं जो कहानी सुनने वाले को याद रहे , जैसे आपने पीछे पढा कि एक व्यक्ति सुनसान जंगल में अकेला भटक रहा है चारों तरफ तेज हवाएं चल रही हैं पत्तियों की सरसराहट की आवाज आ रही है चारों तरफ से जंगली जानवरों की आवाजें गूंज रही हैं तभी व्यक्ति एक पेड़ के नीचे खड़े होकर जंगल से निकलने के बारे में सोच रहा होता है अचानक  उसके सिर पर एक सेब गिरता है , वह सेब चमक रहा होता है वह व्यक्ति उस सेब को आश्चर्य से देखता है और सोचता है यह सेब सोने का कैसे है , अब वह आश्चर्य से उस पेड़ की अोर देखता है उसे अपनी आंखों पर भरोसा नहीं होता उस पेड़ पर कई सारे सेब लटक रहे है जो सोने के हैं  । इस कहानी में आपको यह हमेशा याद रहेगा कि सेब जो कि सोने का था , वो पेड़ जिसमें सोने के सेब लगे थे , इसीलिए कहानी सुनाते समय कुछ ऐसा जरूर बताएं जो कहानी सुनने वाले व्यक्ति को हमेशा याद रहे ।



आवाज में उतार चढ़ाव लाएं


आवाज में उतार चढ़ाव कहानी के अंदर एक रोचक अनुभव ला देता है इसीलिए कहानी सुनाते समय अपनी आवाज के साथ खेलें ।



डिटेल्स के साथ सुनाएं 


जब आप किसी कहानी में डिटेल्स बताते हैं तो सामने वाले व्यक्ति के मस्तिष्क में कहानी के जरिए तस्वीरें आने लगती है , हम फिर वापस अपनी कहानी में आते हैं जो व्यक्ति ने पेड़ पर सोने के सेब लगे देखें तो उसने पेड़ पर चढ़ने का फैसला किया जैसे ही वह पेड़ पर चढ़ने लगा तभी उसे दो व्यक्ति आते हुए दिखाई दिए जो कि खुद को पेड़ के पत्तों से ढके हुए थे उनमें से एक के हाथ में लाल रंग का एक बड़ा सा पत्थर था और उनके साथ में एक विशाल नीले रंग का हाथी था अभी यहां पर क्या हुआ होगा जब आपने लाल पत्थर और नीले हाथी के बारे में सुना तो आपके मस्तिष्क में तुरंत लाल पत्थर और नीले हाथी की तस्वीर आई होगी क्योंकि हमारा मस्तिष्क तस्वीरों के रूप में सोचता है इसलिए जब भी कहानी सुनाएं डिटेल के साथ सुनाएं ।



कहानी में सस्पेंस लाएं


कहानी सुनाने के दौरान सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है आपका सस्पेंस आप सुनने वाले को किस तरह से प्रभावित करते हैं आप किस तरह से कहानी के दौरान सस्पेंस बिल्ड करते हैं कि सामने वाले व्यक्ति व्याकुल हो जाए कि अब आगे क्या होगा , आपने एक सवाल जरूर सुना होगा की कटप्पा ने बाहुबली को क्यों मारा? इस सवाल के सस्पेंस में मूवी को करोड़ों रुपए कमा कर दिए इसी प्रकार अपनी कहानी के दौरान ऐसा सस्पेंस बिल्ड करिए कि सामने वाले व्यक्ति जानने के लिए उत्साहित हो जाएगी अब आगे क्या होगा ।



कहानी का सार 


और अंत में अपनी कहानी की समाप्ति एक मैसेज के साथ करें जो सामने वाले को कुछ सिखाएं ।





अभ्यास सफलता की कुंजी है कहानी सुनाना एक कला है जोकि निरंतर अभ्यास के जरिए आप सीख सकते हैं , जब भी आप कोई कहानी सुने तो ध्यान दे की कहानी में किस तरह से सस्पेंस बिल्ड किया गया है , अगर आपको हमारी पोस्ट पसंद आया है तो कमेंट व शेयर करके अपना फीडबैक दें


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